ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश में शांतिपूर्ण ढंग से सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ भी पुलिस ने बर्बरता दिखाई है। कई जगह घरों से निकालकर पुलिस ने लोगों को जेल में डाल दिया है। इसके लिए कई जगहों के प्रमाण भी कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल को सौंपे। ज्ञापन देने के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में प्रियंका वाड्रा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद निर्दोष लोगों को गिरफ्तार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि हम दस्तावेज लेकर हाईकोर्ट जाएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि राज्य में अराजकता के हालात हैं।
सीएए संविधान के खिलाफ, कांग्रेस शासित राज्यों में लागू नहीं होगा : प्रियंका गांधी
कहा, भगवा हिंदू धर्म का प्रतीक और हिंदू धर्म में हिंसा की कोई जगह नहीं
लखनऊ : राज्य में चारों तरफ अराजकता फैली है। पुलिस बर्बर हो गयी है। हम इस बर्बर सरकार के अत्याचार को होने नहीं देंगे, इसे कांग्रेस रोकेगी। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस नि:शुल्क विधिक सहायता मुहैया कराएगी। हमने राज्य के हालात पर हमने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है। सीएए संविधान के खिलाफ है। जहां-जहां कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां इसे लागू नहीं किया जाएगा। यह बातें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि सीएम भगवा वस्त्र धारण किए हुए हैं। भगवा उनका निजी नहीं, देश की परंपरा है। भगवा हिंदू धर्म का चिन्ह है। हमारे धर्म में हिंसा की कोई जगह नहीं है लेकिन यहां चारों तरफ अराजकता फैली हुई है। सोमवार को उन्होंने पहले प्रदेश के हालात पर सियासी मंथन किया। इसके बाद कांग्रेस के पदाधिकारी राज्यपाल से मिलने गये और उन्हें ज्ञापन दिया।
राज्य के हालात पर हमने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है जिसमें लोगों के उत्पीड़न का ब्योरा है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पत्र के साथ एक पेन ड्राइव सौंपी गयी है। राज्यपाल को अवगत कराया गया है कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा में पुलिस किस तरह से गोलियां चलाती और गाड़ियां तोड़ती दिख रही है। राज्यपाल से इसकी न्यायिक जांच की मांग की गयी।पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर तमाम बेगुनाहों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उनको न्याय दिलाने के लिए भी राजपाल से बात की गई है।