प्रियंका अगर गरीबों की मसीहा बनती हैं तो ऐसे बयान देने वाले राजस्थान के सीएम की कुर्सी छीन लें
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने यूपी में मिड-डे मिल पर ट्वीट करने वाली कांग्रेस महासचिव को घेरा
लखनऊ : कांग्रेस राज में कहीं भी आमजन का ख्याल नहीं किया जाता। यदि यही हाल नहीं रहता तो आज जनता उसे नकार नहीं देती। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गरीबों की मसीहा तो बनती हैं लेकिन यदि ऐसा वे हकीकत में हैं तो राजस्थान के कोटा में 24 दिनों में 77 बच्चों की मौत पर असंवेदनशील बयान देने वाले अशोक गहलोत के सीएम को कुर्सी से हटा देतीं। ये बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने रविवार को कही। उन्होंने कहा कि वाराणसी में दो माह पूर्व एक बच्चे की मौत पर अधिकारियों की कथित लापरवाही पर तो वे ट्वीट करना नहीं भूलीं लेकिन कोटा में 48 घंटे के अंदर 10 नवजात बच्चों और 24 दिनों में 77 बच्चों की मौत पर अशोक गहलाेत का गैर जिम्मेदाराना बयान “अस्पतालों में रोज तीन-चार मौतें होना नई बात नहीं” पर वे चुप हैं। अशोक गहलोत का दिया गया बयान कांग्रेस का असली चेहरा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा गरीबों का खून पीकर सत्ता हासिल करती रही है। वह गरीबों को गरीब बनाये रखने में ही अपनी भलाई समझती है। यही कारण है कि भाजपा के शासन काल में तेजी से गरीबों के जीवन स्तर में हो रहा सुधार उसको पच नहीं रहा है। प्रियंका वाड्रा को अब लग रहा है कि भारत में गरीबी रह ही नहीं जाएगी तो फिर कांग्रेस को वोट देने वाला कौन बचेगा। मनीष शुक्ला का यह बयान शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा द्वारा एक अखबार की कटिंग लगाकर किये गये ट्वीट पर आया है। प्रियंका वाड्रा ने शनिवार को ट्वीट किया कि भाजपा शासित उप्र में बच्चों को मिड डे मील में बेकार खाना दिया जाता है। बच्चे ठंड में ठिठुर रहे हैं लेकिन स्वेटर नहीं मिले। कुपोषण के चलते बच्चों की जान जा रही है। भाजपा शासन में दिखावटी विकास की बातें खूब होती हैं लेकिन कुपोषण की वजह से बच्चों की जान जा रही है। कैसा शासन है ये?