CM योगी ने 7वीं आर्थिक गणना का शुभारम्भ किया
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में गुरूवार को मोबाइल एप का बटन दबाकर सातवीं आर्थिक गणना का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आर्थिक गणना न केवल आंकड़ों को एकत्रित करने के लिए बल्कि देश-प्रदेश को भी आर्थिक महाशक्ति के रूप में अग्रसर करने के लिए एक बहुत बड़े आधार स्तंभ के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की आर्थिक महाशक्ति बनने की क्षमता रखता है। ओडीओपी योजना की सफलता से यह साबित हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आज़ादी के समय उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति आय के बराबर थी लेकिन समय के अनुरूप यूपी की प्रति व्यक्ति आय नेशनल एवरेज से पिछड़ती गई। यूपी देश का सबसे समृद्धशाली प्रदेश था लेकिन परंपरागत उद्यमों की उपेक्षा हुई, इन उद्योगो को नज़रअंदाज़ किया गया और उसका परिणाम यह हुआ कि इन उद्योगों पर निराशा-हताशा हावी होती चली गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में जब हम लोगों ने कमान संभाली तब उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय का हाल बहुत बुरा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 2 वर्ष पहले यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे कि सड़कों पर ठेला, खोमचा, रेहड़ी या पटरी व्यवसाइयों का व्यवस्थित रूप से आकलन किया जाए। साथ ही इन सभी का पुर्नवास किया जाए ताकि सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या का समाधान हो। ऐसा करने से हम आम जन के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने में भी सफल हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ठोस जानकारी के अभाव में हम लोग मौजूदा समय की सम्भावनाओं के बारे में अनभिज्ञ होते हैं जबकि सम्भावनाएं अपार हैं। उद्यमी, व्यवसाई और नौजवानों के लिए ठोस आर्थिक योजनाएं और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए इस आर्थिक जनगणना की बहुत अहम भूमिका होगी।