आज का दिन क्रिसमस के अलावा इसलिए भी खास है क्योंकि 25 दिसंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और गुलाम भारत में शिक्षा की लौ जगाने वाले महामना मदनमोहन मालवीय की जयंती होती है। आज सुबह राष्ट्रपति रामनात कोविंद, पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, और लाल कृष्ण आडवाणी समेत कई नेता ‘सदैव अटल’ स्थल पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक वीडिया भी पोस्ट की है। इसी तरह अन्य नेताओं ने भी खास तरह से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। आइए नीचे देखते हैं कुछ चुनिंदा ट्वीट्स-
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, “महामना मदन मोहन मालवीय जी की जयंती के अवसर मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। मालवीयजी ने देश के स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने के साथ-साथ भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति के उन्नयन में विशेष योगदान किया है। यह देश और समाज उनका योगदान कभी नहीं भूलेगा।”
रक्षा मंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी आज़ाद भारत के उन महान राजनेताओं में थे जिन्होंने देश की राजनीति के साथ-साथ राजनय को भी नई दिशा और नई ऊँचाई देने में क़ामयाबी हासिल की। वे आजीवन ‘अटल और अविचल’ रहे। अटलजी की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण एवं नमन करता हूँ। ”
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने भी इस अवसर पर ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “आज श्रद्धेय अटल जी की जन्म जयंती के अवसर पर उनकी ही पंक्तियों से हमारे समय के अजातशत्रु को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं”-
“मौत की उम्र क्या? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आजकल की नहीं,
मैं जी भर जिया, मैं मन से क्यों मरूं,
लौट कर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो पोस्ट की है और उसके साथ कैप्शन में लिखा, “देशवासियों के दिलों में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जन्म-जयंती पर कोटि-कोटि नमन।”
गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपनी राष्ट्रवादी सोच, बेदाग छवि और राष्ट्र समर्पित जीवन से भारतीय राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी। विचारधारा और सिद्धांतों पर आधारित अटल जी के जीवन में सत्ता का तनिक मात्र मोह नहीं रहा। उनके नेतृत्व में देश ने सुशासन को चरितार्थ होते देखा। अटल जी ने जहाँ एक तरफ कुशल संगठनकर्ता के रूप में पार्टी को सींचकर उसे अखिल भारतीय स्वरुप दिया वहीँ दूसरी ओर देश का नेतृत्व करते हुए पोखरण परमाणु परिक्षण व कारगिल युद्ध जैसे फैसलों से भारत की एक मजबूत छवि दुनिया में बनाई। अटल जी की जन्मजयंती के अवसर पर उन्हें कोटि- कोटि वंदन।”