नई दिल्ली : केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि आकाशवाणी सभी के जीवन का हिस्सा है। इसमें संगीत, ज्ञान, मनोरंजन सब कुछ समाहित है। इसलिए इसे भी आने वाले दिनों में निजी एफएम चैनलों की तरह विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साल 2024 तक इसे डिजीटल रेडियों में बदला जाएगा ताकि इसकी पहुंच दूर-दूर तक बन सकें। मौजूदा समय में दूर-दराज के क्षेत्रों में फ्रीक्वेंसी नहीं होने के कारण वहां आकाशवाणी नहीं पहुंच पाता। ऐसे में आने वाले दिनों में इस कमी को दूर कर आकाशवाणी को जन-जन की आवाज में तब्दील किया जाएगा। प्रकाश जावड़ेकर 44वें आकाशवाणी अवार्ड समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 2018, 19 और 20 के अवार्ड एक साथ दिए जाएंगे। समारोह में वर्ष 2016-2017 यानि दो वर्षों के कुल 51 उत्कृष्ट कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रसार भारती के अध्यक्ष डॉ सूर्य प्रकाश, सूचना व प्रसारण मंत्रालय के सचिव रवि मित्तल भी मौजूद रहे।