शिक्षा के साथ सनातन व वैदिक संस्कार जरूरी : हेमराज

कुशीनगर : जनपद के विद्या भारती व सरस्वती शिशु मंदिरों के पुरातन स्वावलंबी छात्रों का सम्मेलन समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ। रविवार को कसया के महर्षि अरविंद विद्या मंदिर में दो सत्रों में चले सम्मेलन में पुरातन छात्रों ने अपनी स्मृतियां साझा कीं। पढ़ाई के दौरान संस्था से मिली शिक्षा व संस्कार के सहारे देश व समाज के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में की जा रही सेवा के अनुभव सुनाएं। विद्या भारती ने पुरातन छात्रों को सम्मानित भी किया। मुख्य अतिथि गोरक्ष प्रान्त विद्या भारती व जन शिक्षा समिति के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमराज ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है। सनातन व वैदिक संस्कार के बिना शिक्षा अधूरी है, किसी काम की नहीं है। 1952 में गोरखपुर से शुरू हुआ विद्या भारती का अभियान का नतीजा है कि आज 20 लाख स्वावलम्बी छात्र सिविल, न्याय, अभियंत्रण, उद्योग ,शिक्षा, स्वास्थ्य, सैन्य आदि क्षेत्रों में देश व समाज की सेवा कर रहे हैं। शिशु कक्षा से छात्रों के भीतर यह भावना कूट कर भरी जाती है कि ‘तन समर्पित…मन समर्पित और यह जीवन समर्पित, बोल इस देश की मिट्टी और तुम्हें क्या दूं…।’

उन्होंने कहा कि समाज पोषित विद्या भारती देश के भीतर 13000 विद्यालय चला रहा है। वनवासी, सीमांत व जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाली देश की सन्तानों को शिक्षा तो दूर एक समय का भोजन तक नहीं मिलता था। ऐसे क्षेत्रों में 12000 एकल विद्यालय संस्कार केंद्र चल रहे हैं। कुल 25000 केंद्रों में 36 लाख से अधिक बच्चें शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। क्षेत्रीय मंत्री ने आह्वान किया पुरातन स्वावलम्बी छात्र देश व समाज हित के इन पुनीत कार्यों से भी खुद को जोड़ें। उन्होंने कहा कि विद्या भारती देश का एकमात्र सबसे बड़ा शैक्षणिक संगठन है जो समाज पोषित है। यह कक्ष, भवन, लैब, लाइब्रेरी, उपकरण के लिए सरकार से किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं लेता बल्कि समाज जो देता है उसे समाज को ही अर्पित कर देता है। पुरातन छात्र अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नीरज अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्रालय में उप प्रबन्धक अनुराग पाण्डेय ने छात्र जीवन से जुड़े अनुभव सुनकर लोग भाव विभोर हो गए।

विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय सेवा संयोजक पूर्वी उप्र योगेश, प्रदेश निरीक्षक कमलेश, प्रदेश निरीक्षक (ग्रामीण) शिवाजी राय, संभाग निरीक्षक गोरखपुर (ग्रामीण) बृजराज मिश्र ने भी अपने विचार रखे। अध्यक्षता विनोदकांत मिश्र की। इस अवसर पर विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, डॉ.अनिल कुमार सिन्हा, दिव्येन्दु मणि त्रिपाठी, दिनेश कुमार गुप्त, राजीव गुप्त, अजय जायसवाल, प्रकृति श्रीवास्तव, नत्थू शर्मा समेत काफी संख्या में छात्र, अभिभावक व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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