सीएम ने की CAA वापस लेने की मांग
कोलकाता : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर ममता बनर्जी अपना विरोध कम करने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार शाम पार्क सर्कस इलाके में इस अधिनियम के खिलाफ एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने दावा किया कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विधेयक का सम्मान नहीं करते। मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि जब संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी तब दो दिनों तक प्रधानमंत्री संसद में थे लेकिन जब वोटिंग हुई तब उन्होंने इस पर वोट नहीं डाला। इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री खुद इसका समर्थन नहीं करते। इसीलिए उन्हें अब इस नए अधिनियम को वापस ले लेना चाहिए।
ममता ने पूछा कि प्रधानमंत्री अगर नागरिकता अधिनियम इतना अच्छा है तो आपने इस पर वोट क्यों नहीं डाला? मैं अंदाजा लगा रही हूं कि शायद आप भी इसका समर्थन नहीं करते इसलिए इसे रद्द कर दीजिए। उन्होंने कहा कि भाजपा को राष्ट्रवाद के बारे में बात करने का कोई हक नहीं है क्योंकि जब 1947 में देश को आजादी मिली थी तब भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं था। ना ही इन लोगों ने आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका निभाई है। ममता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार सीएए को वापस नहीं लेती है तो उन्हें सत्ता छोड़नी होगी। लोगों की आवाज की अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने पार्क सर्कस क्षेत्र में बड़ी अल्पसंख्यक आबादी को संबोधित करते हुए कहा कि वो (भाजपा) धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति कर रहे हैं। इसमें फसने जरूरत नहीं है। शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन किया जाना चाहिए। उन्होंने पूछा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, असम और त्रिपुरा में जो हिंसा की स्थिति बनी है उसके लिए कौन जिम्मेदार है इसका जवाब दिया जाना चाहिए।