जन्मशती समापन समारोह सम्पन्न
समारोह के समापन के अवसर पर राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने वहां उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा जी को जन्मशताब्दी के अवसर पर अपनी श्रद्वांजली अर्पित करती हूं, बहुगुणाजी का व्यक्तित्व हम सब के लिए एक आर्दश है। उन्होने छात्र जीवन से ही 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में इलाहाबाद के छात्रों का नेतृत्व किया। जिसके बाद उन्हे जेल भेज दिया गया था। बहुगुणाजी ने केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री के रूप में कई उल्लेखनीय कार्य किये था। बहुगुणा जी अपने प्रशासनीक एवं संगठनात्क क्षमता के लिए जाने जाते है। आज बहुगुणाजी के जन्मशताब्दी वर्ष पर युवा महोत्सव का अयोजन उन्हे सच्ची श्रद्वांजली का प्रतीक है। हम सब जाने है कि आज भारत की 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु वालों की है। हमारे युवा बहुत प्रतिभाशाली है उनकी प्रतिभा का सही इस्तेमाल देशहित में कैसे किया जाय इस पर विचार करना चाहिए। उनकी उचित शिक्षा कैसे हो यह हमारी जिम्मेदारी है।
महोत्सव में युवाओं को सम्बोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड विजय बहुगुणा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट किया कि प्रधानमंत्री ने बहुगुणाजी की स्मृति में एक डाक टिकट जारी कर बहुगुणाजी के जन्मशताब्दी वर्ष का प्रारम्भ किया। उन्होंने कहा कि बहुगुणाजी जब चुनाव लड़ते थें तो मैं उनका प्रबंधन देखता था और उनका ये मानना है कि कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसका समाधान ना हो सके। उन्होंने ने ही चुनाव आयोग को उसकी शक्ति का सर्वप्रथम एहसास कराया था। एक बार जब बहुगुणाजी उपचुनाव लड़ रहे थें तो उनको हाराने के लिए हरियाणा से पुलिस बुलाई गयी थी जिसमें 100 प्रतिशत वोट पड़े थें तो हम सभी ने चुनाव आयोग से कहा कि इस चुनाव में काफी धांधली हुयी है जिससे चुनाव आयोग सहमत हुआ और देश के इतिहास में पहली बार चुनाव रद् कर दुबारा चुनाव कराया गया जिसमें बहुगुणा जी भारी बहुमत से जीते। बहुगुणाजी का मानना था कि यदि आपके कलम में ताकत है तो उसका प्रयोग लोगो को आराम पहुंचाने एवं उनकी मदद करने में किया जाना चाहिए।
लोकसभा सांसद एवं लोकप्रिय अभिनेता रवि किशन ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं यहा युवा महौल में हूँ यहां अनगिनत रवि किशन बैठेे हुए है सार्वजनिक जीवन में आप सभी बहुत आगे जायेंगे ऐसी मैं आशा करता हूँ। बहुगुणा जी बहुआयामी व्यक्त्तिव के धनी व्यक्ति थें। उन्होने युवा अवस्था में जो कार्य कर दिये वो ही अपने आप में विरले थें। हम सभी को उनके जीवन को अपना आर्दश बनाना चाहिए। बहुगुणा जी की स्मृति गं्रथ को हम सभी को पढ़ना चाहिए जिससे हम सभी उनके जीवन एवं जीवन के मूल्यों को अच्छे से समझ सके एवं उस पर चल सके। युवा महोत्सव को सम्बोधित करते हुए प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि बहुगुणा जी जब मुख्यमंत्री बने तो वहां के मेघावी युवाओं को चिह्नित करते थें जिससे उनको सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले। बहुगुणा जी हमेशा यही प्रयास करते थें कि कोई भी इंसान चाहे वो पुरूष हो या महिला, गरीब हो या विकलांग कोई भी योग्य व्यक्ति पीछे नही होना चाहिए।
इस अवसर पर “मिशन फाइट बैक” सोसाइटी द्वारा बहुगुणा जी के स्मृति में महिला हास्टल के लिए एक सैनेट्री नैपकिन मशीन तथा इनसिनिरेटर भेंट की गयी, जिसे महिला छात्रावासों में लगाया जायेगा। महोत्सव में स्वयंम् सेवी संगठन “मिशन फाइट बैक” द्वारा प्रशिक्षित 25 लखनऊ की छात्राओं द्वारा सेल्फ डिफेंस का प्रर्दशन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिनेश कुमार, प्रो0 अनूप कुमार भारतीय, डा0 राकेश द्विवेदी, डा0 अजय आर्या, डा0 राहुल पाण्डेय, डा0 नीरज जैन, डा0 संजीव गौतम को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्नन देकर सम्मानित किया।