इस बीच गत गुरुवार को उग्र प्रदर्शनकारियों के साथ राजधानी के डाउन टाउन इलाके में हुई हिंसक झड़प में घायल एक और युवक की बीती रात 09.55 बजे मौत हो गई। इस तरह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध को लेकर शुरू हुए आंदोलन के हिंसक होने के फलस्वरूप अनौपचारिक रूप से पांच लोगों की मौत हो गई। हालांकि औपचारिक रूप से शनिवार को प्रशासन ने दो लोगों के मरने की पुष्टि की थी। डाउन टाउन में हिंसक आंदोलन में घायल उदालगुड़ी के माजुली बागान निवासी परमेश्वर नायक की बीती रात गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल में मौत हो गई जबकि छह से अधिक लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। असम पुलिस महानिदेशक ने बताया है कि पूरे हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। साथ ही किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान हिंसा फैलाने वाले लोगों की वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस की विशेष टीम पहचान कर रही है। किसी भी उपद्रवी को छोड़ा नहीं जाएगा।
कामरूप (मेट्रो) जिला प्रशासन ने गुवाहाटी में रविवार की सुबह 9 से शाम 6 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है। रविवार का दिन होने के चलते लोग अपने घरों से निकलकर खाने-पीने के सामानों की खरीदारी में जुट गए हैं। खासकर राजधानी में रविवार को लगने वाली साप्ताहिक सब्जी बाजारों में पूरी तरह से चहल-पहल दिखाई दे रहा है। छुट्टी का दिन होने के बावजूद सड़कों पर सिटी बसों समेत सभी तरह के वाहन चल रहे हैं। शहर में पूरी तरह से चहल-पहल दिखाई देने लगी है। हिंसा प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले में कर्फ्यू में सुबह 7 से अपराह्न 4 बजे तक की रियायत दी गई है। शनिवार से आमतौर पर राज्य के सभी हिस्सों में हालात सामान्य हैं। हालांकि विभिन्न संगठनों के लोग नागरिकता संशोधन कानून का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हैं।