ऋषिकेश: उत्तराखंड में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस पहली बार अति आधुनिक तकनीक ड्रोन कैमरे का सहारा लेगी. राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि सावन माह में यहां जुटने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिस पहली बार ड्रोन कैमरे से असामाजिक तत्वों पर नजर रखेगी.
उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले के लिए प्रदेश के चार जिलों, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी में नियमित पुलिस के साथ ही अतिरिक्त रूप से सात हजार पुलिस कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. निगरानी के लिए सभी संवेदनशील स्थानों पर क्लोज सर्किट कैमरे अलग से लगाये गए हैं. इससे पहले कुमार ने ऋषिकेश, रामझूला, लक्षमण झूला क्षेत्र में नीलकण्ठ ड्यूटी पर तैनात होने वाले 187 दारोगाओं, पुलिस निरीक्षकों, पुलिस उपाधीक्षकों, अपर पुलिस अधीक्षकों को कर्तव्य निर्वहन को और बेहतर करने के टिप्स दिए और उन्हें समझाया कि कांवड़ यात्रियों को सम्मान सहित सहयोग करें और उपद्रवियों से सख्ती से निपटें.
उत्तर प्रदेश सरकार ने तय किया है कि शनिवार से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के मार्ग पर मांस व मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी. इसके अलावा तेज आवाज में डीजे बजाने पर भी रोक रहेगी. अधिकारियों का दावा है कि इस बार सावन में चार करोड़ से अधिक कांवड़ियों के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. इसके मद्देनजर भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गई है. पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. यात्रा के दौरान आतंकियों के गड़बड़ी के अंदेशे को देखते हुए एटीएस के साथ-साथ स्टेट इंटेलीजेंस को भी अलर्ट किया गया है.