संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं पर तंज कसा है। उन्होंने बुधवार को कहा कि अब तो भाजपा के सांसद उन्हें देखते ही डर से दो कदम पीछे हट जाते हैं कि कहीं वह उन्हें गले न लगा लें।
पिछले सप्ताह लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष प्रधानमंत्री की सीट तक गए और उन्हें गले से लगाया। उनके इस कदम की भाजपा नेताओं ने आलोचना की थी। राहुल ने कहा कि सत्ताधारी दल के नेताओं से उनकी राय भिन्न हो सकती है और वह उनसे लड़ सकते हैं, लेकिन उनसे नफरत करने की कोई जरूरत नहीं है।
आडवाणी से लड़ेंगे, लेकिन नफरत नहीं करेंगे
एक पुस्तक विमोचन समारोह में पहुंचे राहुल ने कहा कि वह लालकृष्ण आडवाणी से असहमत हो सकते हैं। देश के बारे में जो आडवाणी के विचार हैं उनसे उनके विचार पूरी तरह भिन्न हैं। वह हर कदम पर आडवाणी से लड़ सकते हैं, लेकिन उनसे नफरत करने की कोई जरूरत नहीं है। समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी, शशि थरूर और माकपा नेता सीताराम येचुरी आदि मौजूद थे।
राफेल को लेकर फिर साधा प्रधानमंत्री पर निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को भी राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। एक ट्वीट में राहुल ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री ने जब राफेल सौदे की घोषणा की थी उसके कुछ ही दिनों पहले प्रमुख उद्योगपति ने एक कंपनी शुरू की थी। उनका इशारा रिलायंस समूह की ओर था।