95 फीसद तक झुलसी उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हालत गंभीर बनी हुई है। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील गुप्ता (Dr Sunil Gupta, Medical Superintendent of Safdarjung Hospital) का कहना है कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। उसके बचने की संभावना कम ही है। फिलहाल पीड़िता को वेंटीलेटर पर रखा गया है।
बता दें कि बृहस्पतिवार को 95 फीसद तक झुलसी पीड़िता को एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजकर सफदरजंग अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया। पीड़िता को आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है। उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद पुलिस ने पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी कार्रवाई की जरूरत बताई।
वहीं, दुष्कर्म पीड़िता के बयान व उसके भाई की तहरीर पर पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि उप्र के उन्नाव जिले में दुष्कर्म का मुकदमा वापस नहीं लेने पर आरोपितों व उनके परिजनों ने पीड़िता को जिंदा जला दिया। 25 वर्षीय युवती उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की है। उसने अपने ही गांव के शिवम त्रिवेदी और उसके साथी शुभम त्रिवेदी पर आरोप लगाया था कि 12 दिसंबर 2018 को उसके साथ दुष्कर्म किया। कोर्ट और महिला आयोग के निर्देश पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसकी जांच पुलिस कर रही थी। इसके बाद से आरोपित मुकदमा वापसी का दबाव बना रहे थे। गुरुवार सुबह पीड़िता बैसवारा रेलवे स्टेशन जा रही थी। रास्ते में शिवम और कुछ लोगों ने उसे रोका और केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी।
वहीं, गंभीर रू प से घायल पीड़िता ने उन्नाव के जिला अस्पताल में एसडीएम बीघापुर के समक्ष बयान दिया। उसने बताया कि शिवम ने बात करने के लिए उसे रायबरेली चलने के लिए बुलाया था। शिवम के साथ उसके पिता रामकिशोर, शुभम और उसके पिता हरिशंकर के साथ उमेश वाजपेयी भी थे। सभी उस पर दुष्कर्म का मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे। इन्कार करने पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। पीड़िता के बयान के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें शुभम, हरिशंकर, उमेश व राम किशोर को उन्नाव पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि आरोपित शिवम ने थाने आकर आत्मसमर्पण कर दिया।