शाहजहांपुर : यौन शौषण व दुष्कर्म के आरोपों में जिला कारागार में बंद पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने पेशी के बाद चिन्मयानंद को वापस ले जाकर जेल में दाखिल करा दिया है। अब 16 दिसंबर को फिर से उनकी पेशी होगी। गौरतलब है कि स्वामी चिन्मयानंद पर उनके लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने यौन शौषण व दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच करते हुए एसआईटी ने अरोपिति स्वामी चिन्मयानंद को 20 सितम्बर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। चिन्मयानंद तब से जेल में ही बंद हैं।
विशेष जांच दल (एसआईटी) ने करीब दो महीने की जांच-पड़ताल के दौरान 105 लोगों के बयान दर्ज किये और करीब 20 भौतिक साक्ष्य तथा विभिन्न दस्तावेज से सम्बंधित लगभग 55 अभिलेखीय साक्ष्य इकठ्ठा किये थे। एसआईटी ने 47 सौ पन्नों की केस डायरी तथा 20-20 पन्नों की चार्जशीट तैयार करने के बाद बीते बुधवार (06 नवम्बर) कोयौन शोषण के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद व रंगदारी मांगने के आरोप में छात्रा समेत संजय,विक्रम सचिन तथा भाजपा के दो बड़े नेताओं के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। विशेष जांच दल (एसआइटी) की ओर से चार्जशीट दाखिल होने के बाद यह उनकी दूसरी पेशी थी। चिन्मयानंद को शनिवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल से ले जाकर सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने तथा फ़ाइल पर साइन करने के बाद पुलिस ने चिन्मयानंद को वापस ले जाकर जेल में दाखिल कर दिया।