लखनऊ : अयोध्या फैसला पर सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दायर करने के मुद्दे पर मंगलवार को सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक हुई। बोर्ड के एक मात्र सदस्य अब्दुल रज्जाक खान बैठक में रिव्यू पिटिशन दायर करने के पक्ष में रहे। बाकी छह बोर्ड सदस्यों ने रिव्यू पिटिशन दाखिल करने का विरोध किया। इसके बाद तय किया गया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड अयोध्या फैसला पर सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दाखिल नहीं करेगा। सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक शुरू होते ही चेयरमैन जफर फारुकी ने रिव्यू पिटिशन ना दाखिल करने की बात रखी। इस पर अब्दुल रज्जाक ने अपना विरोध दर्ज कराया।
रज्जाक ने सीधे तौर पर कहा कि हमें अपना पक्ष रखने की आजादी है और सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दाखिल होनी चाहिए जिससे आवाम को हमारा संदेश मिल सके। इसी दौरान बोर्ड के अन्य सदस्यों अदनान फारुख शाह, खुशनूद मियां, जुनैद सिद्दीकी, मोहम्मद जुनीद और मोहम्मद अबरार अहमद ने चेयरमैन जफर फारुकी का पक्ष लिया। इसके बाद रिव्यू पिटिशन दाखिल ना करने की राय देखते हुए बहुमत में फैसला चेयरमैन के पक्ष में हो गया जिसका केवल अब्दुल रज्जाक ने ही विरोध किया। सुन्नी वक्फ बोर्ड के आठ सदस्यों में से सात बैठक में मौजूद थे। रिव्यू पिटिशन दाखिल करने का पक्ष लेने वाले एक सदस्य इमरान माबूद खान बैठक में नहीं आये थे। इसी मुद्दे पर विरोध करके वह बैठक में नहीं पहुंचे थे।