कोलकाता : मशहूर पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने रविवार को दावा किया है कि भारतीय संविधान से 22 तस्वीरों को गायब कर दिया गया है। रविवार को साल्टलेक स्थित रविंद्र आकाकुरा भवन में हावड़ा लायंस क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि भारतीय संविधान में पहले 24 तस्वीरें थीं। इसमें भगवान राम, माता सीता और भगवान हनुमान की भी तस्वीर थी। यहां तक कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी की भी तस्वीरें थीं लेकिन अब केवल दो तस्वीरें बची हैं। बाकी तस्वीरें कहां गई? किसने हटवाई और क्यों? कब हटाई गई आदि सवालों का जवाब ढूंढने के लिए मुखर आवाज उठानी होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को अपरिवर्तित रखने के लिए नया संविधान रूपांतरण की जरूरत है।
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि संविधान के मुताबिक भारत में रहने वाले सभी नागरिकों को बराबर अधिकार मिला हुआ है। हिंदू मुस्लिमों में धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं कर सबको एक हो कर रहना चाहिए। उन्होंने हर छोटी-बड़ी बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने वालों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आम जनता की भी कुछ जिम्मेदारियां हैं लेकिन हम उसे भूल जाते हैं। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि लोग पानी बरबाद करते हैं और प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हैं। पेड़ हम खुद काटते हैं और राजनीतिज्ञों को दोष देते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह की मनोभावनाएं छोड़नी होगी। जब तक समाज जागरूक नहीं होगा, सशक्त देश का निर्माण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक तौर पर भले ना हो पर सांस्कृतिक तौर पर भारत दुनिया में सबसे बेहतर है।