रक्षा पेंशन अदालत का हिस्सा बनने वाले पहले रक्षामंत्री बने राजनाथ
लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में 172वें रक्षा पेंशन अदालत का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। राजधानी के छावनी क्षेत्र स्थित सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय रक्षा पेंशन अदालत को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यह पहला मौका है जब देश में आयोजित किसी रक्षा पेंशन अदालत में रक्षा मंत्री आए हैं। उन्होंने कहा कि वह सेना और नेवी के ऑन ड्यूटी जवानों की तरह भूतपूर्व सैनिकों का भी सम्मान करते हैं। इसलिए इस कार्यक्रम में वह पहुंचे हैं। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक पेंशन प्रयागराज द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के पेंशन से जुड़े मामलों के त्वरित निपटान सहित निर्धारित समय सीमा में उनके पेंशनलाभों के संवितरण के लिए रक्षा लेखा विभाग सतत प्रयासरत है। पेंशन अदालत में भाग लेने आये सभी भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों का स्वागत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण एवं देश की सुरक्षा में भूतपूर्व सैनिकों की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि आगे आनेवाले पीढ़ियों व युवाओं के लिए हमारे भूतपूर्व सैनिक प्रेरणा के स्रोत है। शहीद क्वार्टरमास्टर हवलदार वीर अब्दुल हमीद तथा शहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय की देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि देश उनकी शहादत का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि हम अपने भूतपूर्व सैनिकों के स्वाभिमान का सदैव सम्मान करते हैं और पेंशन अदालत का आयोजन इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।
इससे पहले विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले0 जनरल इकरूप सिंह घुमन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि पूरे देश में करीब 31 लाख भूतपूर्व सैनिक हैं जिनमें से उत्तर प्रदेश के 4 लाख भूतपूर्व सैनिक शामिल हैं। ले0 जनरल इकरूप सिंह घुमन ने कहा कि रक्षा मंत्री के प्रयास से करीब सात वर्षों के अंतराल के बाद लखनऊ में रक्षा पेंशन अदालत आयोजित की गई है। इससे पहले वर्ष 2012 में रक्षा पेंशन अदालत आयोजित की गई थी। रक्षा लेखा महानियंत्रक संजीव मित्तल ने इस अवसर पर कहा कि रक्षा पेंशन अदालत एक तंत्र के रूप में पेंशनरों के साथ सामंजस्य स्थापित करने में सहायक सिद्ध हुई है। उन्होने कहा कि लखनऊ में दूसरी तथा उत्तर प्रदेश में 11वीं रक्षा पेंशन अदालत आयोजित की गई है। इस दौरान पेंशन संवितरण प्रणाली के विकास कार्यो पर प्रकाश डालते हुए संजीव मित्तल ने कहा कि रक्षा पेंशन विभाग का डिजिटलकरण प्रगति पर है और शीघ्र ही समग्र पेंशन पोर्टल शुरु किया जायेगा जिसपर पेंशन से जुडे शिकायतों का निस्तारण किया जा सकेगा।