सुलतानपुर : सुलतानपुर जिले के लम्भुआ थाना क्षेत्रान्तर्गत धनीपुर गांव में द्वारपूजा के दौरान की गई हर्ष फायरिंग मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपित को गिरफ्तार करना शंभूगंज चौकी इंचार्ज को महंगा पड़ गया। पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार ने चौकी इंचार्ज हरवीर सोलंकी को लाइन हाजिर कर दिया। हरवीर सोलंकी यहां तकरीबन दो महीने पहले ट्रांसफर होकर आए थे और उनकी गिनती इलाके के ईमानदार और कड़क दारोगाओं में होती थी। पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार द्वारा चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किये जाने से पुलिसिया तंत्र पर सवाल उठ रहा है। पता चला है कि चौकी इंचार्ज ने फायरिंग करने वाले आरोपित को 24 घंटे के अंदर ही मय असलहा पकड़ लिया था, जो एक ग्राम प्रधान का लड़का है। इसे लेकर राजनीति गरमाई और शुक्रवार की सुबह चौकी इंचार्ज हरवीर सोलंकी को सस्पेंड करवाने की धमकी भी मिली। एक्शन शुरू हुआ तो शाम ढलते ही चौकी इंचार्ज को न सिर्फ इस केस की जांच से हटा दिया गया बल्कि लाइन हाजिर भी कर दिया गया।
गौरतलब है कि लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के धनीपुर गांव निवासी लालमनी पांडेय के घर बुधवार को शादी थी। बारात मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के बेलहरी गांव से आई थी। रात में द्वारचार के दौरान बारात में शामिल कुछ लोग हर्ष फायरिंग कर रहे थे। घरातियों की तरफ से हर्ष फायरिंग का विरोध किया गया। इसके बाद भी लोग फायरिंग करते रहे। इस दौरान घरातियों की ओर से राम प्रताप उपाध्याय निवासी नौबस्ता थाना देहात कोतवाली ने भी हर्ष फायरिंग का विरोध किया था। आरोप है कि इससे नाराज बारात में शामिल विपिन निवासी बहादीपुर तिवारीपुर थाना मोतिगरपुर ने राम प्रताप को गोली मार दी। गोली राम प्रताप के हाथ में लगी और वह गिर पड़ा। राम प्रताप को गोली लगते ही समारोह में भगदड़ मच गई।