कोलकाता : लोकसभा चुनाव के पहले से ही भाजपा पश्चिम बंगाल पुलिस पर विपक्षी कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरतापूर्वक व्यवहार करने का आरोप लगाती रही है। गुरुवार को इसकी बानगी भी देखने को मिली है। भाजयुमो के कार्यकर्ता को पुलिस ने इतना पीटा है कि पीछे से कमर और घुटनों के बीच का पूरा हिस्सा काला पड़ गया है। कई जगहों पर चमड़ी भी छिल गई है। पीड़ित व्यक्ति का नाम जितेन लोहार है। वह झाड़ग्राम जिले के लोहार ग्राम का रहने वाला है। भाजपा की प्रदेश इकाई के लिए सूचनाएं साझा करने के लिए बनाए गए अधिकृत वॉट्सएप मीडिया ग्रुप में गुरुवार शाम इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें जितेन लोहार के शरीर के पीछे से कमर के नीचे और घुटने के ऊपर के पूरे शरीर की तस्वीर साझा की गई है जो पुलिस की मार की वजह से पूरी तरह से काला पड़ चुका है। कई जगहों पर चमड़ी उधेड़ दी गई है।
बताया गया है कि पुलिस अधीक्षक सुजन रॉय और थाना प्रभारी ध्रुव ज्योति ने भाजयुमो कार्यकर्ता जितेन्द्र लोहार को कथित तौर पर फर्जी मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद थाने में उसे बर्बर तरीके से मारा-पीटा गया है। यह भी आरोप है कि क्षेत्र में दलित महादलित महिलाओं पर भी पुलिसिया अत्याचार लगातार चल रहा है। उन्हें कथित तौर पर कहा जाता है कि भाजपा के लिए काम करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यह भी आरोप है कि दलित महादलित महिलाओं को भी पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुई राजनीतिक हिंसा में अब तक 60 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है। भाजपा इन वारदातों के पीछे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ प्रशासन की मिलीभगत का लगातार दावा करती रही है।