नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और बीजू जनता दल (बीजेडी) की भूमिका की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इन दलों ने अपने सदस्यों को कभी सभापति या अध्यक्ष के आसन के सामने नहीं जाने की हिदायत दी है, जिसका अन्य दलों को अनुकरण करना चाहिए। मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि राजनीतिक दलों के सदस्य अक्सर सभापति के आसन के सामने जाकर विरोध करते हैं। ऐसा विरोध करने वालों में भाजपा के सदस्य भी शामिल रहे हैं। एनसीपी और बीजेडी के सदस्यों के व्यवहार का हम सभी को अनुकरण करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभापति के आसन के सामने नहीं जाकर भी अपनी बात प्रभावी तरीके से कही जा सकती है और लोगों के दिल जीते जा सकते हैं। इन दलों के सदस्यों के इस आचरण से उन्हें राजनीतिक रूप से कोई नुकसान नहीं हुआ। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एनसीपी की प्रशंसा को महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद के सिलसिले में एक संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।