कर्नाटक में बेमौसम बारिश कहर बन रही है। इस बारिश से ना सिर्फ लोगों की जिंदगी में प्रभाव पड़ रहा है कि बल्कि उनकी जीविकोपार्जन पर भी बुरा असर पड़ रहा है। राज्य के शिवमोग्गा जिले में किसानों की मक्के की खेती खराब हो गई है, जो राज्य की प्रमुख व्यावसायिक फसलों में से एक है।सितंबर से नवंबर तक शुरुआती फसल कटाई के मौसम में लगातार बारिश ने गंभीर नुकसान पहुंचाया है। इससे किसान अपनी फसलों को कम दरों पर बेच रहे हैं।
किसान ने सुनाया अपना दर्द
एक किसान के मुताबिक, इस साल बारिश ने वास्तव में हमारे जीवन को तबाह कर दिया है, मक्का की 50 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हो गई है। जिससे कम कीमत भी फसलों के बेचने काम काम हो रहे है। किसान ने कहा कि शाम को हर रोज बारिश होती है जिससे किसानों को अपनी फसलों बोने से पहले सोचना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले मक्का की बिक्री हो रही थी। 2,600 रुपये प्रति क्विंटल लेकिन अब यह घटकर महज 1,200 रुपये रह गया है।
मक्का का प्रमुख उत्पादक और निर्यातक कर्नाटक
बता दें कि कर्नाटक देश में मक्का का प्रमुख उत्पादक और निर्यातक है। लगातार बारिश और बाढ़ के कारण हुआ जलभराव, फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और पौधों पर कीटों के हमलों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है।
बुलबुल तूफान ने भी मचाया है तहलका
देशभर में भारी बारिश से कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति भी उत्पन हुई हुई। इस दौरान कई लोगों की जान भी गई। इसके चक्रवाती तूफान बुलबुल ने भी अपना कहर बरपाया। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट भी जारी किया हुआ है।