गोवा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रणब नंदा का देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। गोवा के पुलिस महानिरीक्षक जसपाल सिंह ने उनके निधन की खबर की पुष्टि करते हुआ कहा, ‘यह काफी चौंकाने वाली सूचना है।’
राज्य पुलिस को आधिकारिक तौर पर एक बजे उनकी पत्नी सुंदरी नंदा ने सूचित किया। सिंह ने कहा, मैडम ने हमें फोन करके सूचित किया। यह कुछ ऐसा है जिसे हम अभी भी समझने की कोशिश कर रहे हैं। हमने अपने चीफ (मुखिया) को खो दिया। सिंह के अनुसार नंदा छुट्टी पर दिल्ली पहुंचे थे और वह दो महत्वपूर्ण काम निबटाकर वापस लौटने वाले थे।
नंदा ने पहले राज्य के मुख्य सचिव के साथ एक बैठक की जो अपराध को लेकर थी। दूसरी बैठक उन्होंने राज्य कैडर के अधिकारियों को दिए जाने वाले मेधावी पदकों पर की। सिंह ने कहा, ‘वह एक कल्याणकारी अधिकारी थे। अपना पदभार संभालने के बाद उनकी ज्यादातर बैठकें इसी दिशा में हुई थीं। वह कैडर और प्रशासनिक पदोन्नति को लेकर फाइलों को देख रहे थे। यह काफी कम होता है कि आपका अधिकारी केवल कार्य उन्मुख ही नहीं बल्कि कल्याण उन्मुख भी हो।’
दिल्ली पहुंचने के बाद डीजीपी नंदा ने रात के साढ़े नौ बजे अधिकारियों को फोन करके दिनभर की जानकारी ली थी। गोवा के डीजीपी के तौर पर नंदा की तैनाती फरवरी में हुई थी। वह इससे पहले गृहमंत्रालय में कई पदों पर कार्य कर चुके हैं और उन्हें एक सक्रिय अधिकारी माना जाता है। गोवा में उन्होंने बहुत कम सार्वजनिक बातचीत में हिस्सा लिया है और उन्हें सख्त अधिकारी के तौर पर जाना जाता है।