नलकूप में छप्पर के नीचे सो रहे वृद्ध किसान पर हमलावरों ने धारदार हथियार से कई वार किए। इसके बाद उन्हें मृत समझकर चले गए। काफी देर बाद वृद्ध के पास ही कुछ दूर पर सोए भतीजे ने कराहने की आवाज सुनी तो जानकारी हुई। इसके बाद भी उसने न तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया और न ही पुलिस को सूचना दी। छह घंटे बाद सुबह ग्रामीणों के सूचना देने पर पुलिस पहुंची और वृद्ध को जिला अस्पताल भेजा, जहां से गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है।
औंग थाने के मलहूखेड़ा मजरे अभयपुर गांव निवासी 70 वर्षीय श्याम लाल निषाद के खेत जाड़े का पुरवा गांव में हैं। वह नलकूप में ही छप्पर डालकर पिछले 25 वर्षों से सोतेे हैं। गुरुवार देर रात जब वह चारपाई पर सो रहे थे, तभी हमलावरों ने श्याम लाल पर धारदार हथियार से मुंह, सिर व हाथ पर कई वार किए और उन्हें मरा समझकर भाग गए। वृद्ध के पास कुछ दूर पर सोए भतीजे मेडू़ ने बताया, रात को उसकी नींद खुली तो कराहने की आवाज सुनकर पास पहुंचा। देखा तो चाचा खून से लथपथ चारपाई पर पड़े थे।
भय के कारण उसने शोर नहीं मचाया और सुबह होने का इंतजार करता रहा। सुबह जब ग्रामीण खेतों की ओर गए तो उन्हें घटना बताने के साथ ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने वृद्ध को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा, जहां से कानपुर रेफर कर दिया गया। थाना प्रभारी राकेश मौर्य ने बताया कि वृद्ध की धारदार हथियार से हत्या का प्रयास किया गया है। घटना की जांच की जा रही है।
संपत्ति के लालच में तो नहीं हुआ हमला
मल्हूखेड़ा गांव निवासी श्यामलाल के एक पुत्री दुलारी है, जो अपनी ससुराल खरौली गांव में रहती है। श्यामलाल भतीजे मेडू़ व रमेश के साथ रहते हैं। पुलिस का मानना है हमला के पीछे वृद्ध के नाम 4 बीघे खेत वजह हो सकती है। एसओ के मुताबिक इसी बिंदु पर जांच की जा रही है। भतीजे से भी पूछताछ की जाएगी। कुछ ही दूर में सोए होने के बाद भी घटना की जानकारी देर से दी, यह बात संदेह पैदा करती है।