मुंबई : महाराष्ट्र में भले ही राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है। उद्धव ने दावा किया कि शिवसेना के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनेगी और पार्टी का मुख्यमंत्री होगा। उद्धव मुंबई के मालाड स्थित रीट्रीट होटल में पार्टी विधायकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पार्टी विधायकों को भरोसा दिलाया है कि भले ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है, इसे लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। अभी समय नहीं गया है, शिवसेना का ही मुख्यमंत्री बनेगा।
उद्धव ने कहा कि शिवसेना सरकार बनाने की ताकत रखती है। कांग्रेस-एनसीपी से सत्ता स्थापित करने की बातचीत चल रही है। आप लोगों को किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। आगे क्या करना है, इसकी सारी जिम्मेदारी मुझ पर छोड़े दो। उद्धव ने कहा कि शिवसेना केवल सरकार की भूखी नहीं है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। शिवसेना अपनी स्वच्छ और नैतिक विचारधारा पर चलनेवाली पार्टी है। हम जो कहते हैं, वह करते हैं। हालांकि कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को समर्थन देने के मसले पर उद्धव ने कोई खुलासा नहीं किया। रीट्रीट होटल पहुंचने के बाद उद्धव ने विधायकों से यह कहते सुने गए कि आप हॉल में चलो मैं दो-तीन फोन करके आता हूं। विधायकों को संबोधित करने से पहले उद्धव ने किससे बातचीत की, इसे लेकर रहस्य बरकरार है।
शिवसेना नेता भास्कर जाधव ने बताया कि हमने सभी निर्णय पार्टी प्रमुख उद्धव पर छोड़ दिया है। उद्धव जो फैसला लेगें, उसका पालन पूरी पार्टी करेगी। सभी पार्टी विधायक उद्धव के साथ हैं। जाधव ने कहा कि राज्यपाल ने एनसीपी को बहुमत का आंकड़ा पेश करने के लिए मंगलवार शाम साढ़े आठ बजे तक का समय दिया था। एनसीपी से मिलने से पहले राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की जल्दबाजी क्यों गई, यह समझ से परे है। तोड़फोड़ की राजनीति से बचने के लिए बीते चार दिनों से शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों को रीट्रीट होटल में रखा गया है। विधायकों में निराशा देखी जा रही थी।