मुंबई : एनसीपी मुखिया शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि अब बातचीत की प्रक्रिया शुरू हुई है। कांग्रेस-एनसीपी में सहमति बनने के बाद शिवसेना के साथ बातचीत की जाएगी। राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद हमारे पास बहुत समय है। हमें कोई जल्दबाजी नहीं है। राज्य को स्थाई सरकार मिले, इसलिए सभी पहलुओं पर बातचीत करके निर्णय लिया जाएगा। कांग्रेस-एनसीपी नेताओं की बैठक मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में आयोजित की गई थी। इस बैठक में दिल्ली से आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल और वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के अन्य नेता शामिल थे।
बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि अब जल्दबाजी नहीं है। साझा कार्यक्रम हो या अन्य मसले, सभी पहलुओं पर बातचीत करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। कांग्रेस-एनसीपी में सहमति बनने के बाद शिवसेना से बातचीत की जाएगी। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की कड़ी आलोचना करता हूं। पिछले पांच साल में भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के किसी दिशा-निर्देश का पालन नहीं किया है। भाजपा सरकार मनमानी करती रही है। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करके लोकतंत्र का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई है। पटेल ने कहा कि राज्यपाल ने पहले भाजपा को फिर शिवसेना को और एनसीपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया लेकिन कांग्रेस को कहीं भी आमंत्रण नहीं दिया गया।
अहमद पटेल ने कहा कि हम शिवसेना के साथ गठबंधन करने जा रहे हैं। लिहाजा कुछ बातों की स्पष्टता जरूरी है। शिवसेना ने अधिकृत रूप से सोमवार को हमसे संपर्क किया। शिवसेना ने भाजपा के साथ चुनाव लड़ा था। कांग्रेस-एनसीपी ने एकसाथ चुनाव लड़ा। पहले कांग्रेस-एनसीपी के साथ फैसला हो जाए, इसके बाद शिवसेना से बातचीत होगी। हम कोशिश करेंगे कि शिवसेना के साथ जल्द बातचीत हो। कुछ मामलों में लेकर कांग्रेस एनसीपी को बीच स्पष्टीकरण हो जाए। इसके बाद शिवसेना से बातचीत होगी।