सुकमा : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को 10 लाख के इनामी एक नक्सली कमांडर समेत नौ नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है। सभी को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत सहायता प्रदान की जाएगी। एसपी शलभ सिन्हा के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 10 लाख का इनामी कमांडर गड्डो कृष्णा उर्फ बदरू (35) शामिल है। उसके अलावा जिन नक्सलियों ने पुलिस के आगे हथियार डाले हैं, उनमें भेजी क्षेत्र उत्तर गढ़चिरौली डिवीजन, प्लाटून डिप्टी कमांडर कुंजाम हिड़मा उर्फ विज्जा (30) पामेड़ क्षेत्र, प्रोटेक्शन टीम सदस्य कुंजामी बुधरा (30) मलकानगिरी क्षेत्र, प्रोटेक्शन टीम सदस्य मड़कम सन्नी पति बुधरा (25) पामेड़ क्षेत्र, तीन लाख का इनामी माचकोट एलजीएस डिप्टी कमांडर मड़कम बोटी उर्फ बुधरा (30) कुकानार क्षेत्र, केरलापाल एरिया सीएनएम सदस्य पोडियम हुंगा (25) गादीरास क्षेत्र, जनताना सरकार अध्यक्ष, चिंतागुफा पोडियम लच्छू उर्फ हड़मा उर्फ पेद्दा (42) भेजी क्षेत्र, 08. एरिया मिलिशिया कमाण्ड सदस्य कवासी हिड़मा (35) भेजी क्षेत्र, एक लाख इनामी पोलमपल्ली एलओएस सदस्य मड़कम मुके (22) भेजी क्षेत्र कोंटा एरिया कमेटी शामिल हैं।
गड्डो कृष्णा उर्फ बदरू 2001 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था, जो फायरिंग की घटना, हाथीगोटा और मदनवाड़ा में एम्बुश, आईईडी विस्फोट, वाहनों में आगजनी की घटनाओं में शामिल रहा है। जबकि पोडियम लच्छू ने अध्यक्ष के पद पर रहते हुए विभिन्न नक्सली गतिविधियों में सम्मिलित रहा। कोंटा एलओएस कमांडर पाड़ा आपा के संपर्क में रहकर तेलंगाना से विस्फोटक पदार्थ अपने सहयोगी के साथ मिलकर लाने का कार्य करता था। इसकी निशानदेही पर 75 किग्रा. विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया था। सिन्हा ने बताया कि नौ नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना तथा खोखली माओवादी विचारधारा और हिंसा से तंग आकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। सभी को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदान की जाएगी।