नई दिल्ली : अयोध्या आंदोलन के नायक रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सर्वसम्मत फैसले से राम मंदिर निर्माण आंदोलन में उनकी भूमिका सही साबित हुई है। आडवाणी ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद शनिवार शाम अपने बयान में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाला सुप्रीम कोर्ट का सर्वसम्मत फैसला ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा ‘मैं सही साबित हुआ। खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं।’ वर्ष 1990 के दशक में रथयात्रा और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से आडवाणी ने अयोध्या आंदोलन का नेतृत्व किया था।
भाजपा नेता ने राम जन्मभूमि आंदोलन को देश के स्वतंत्रता आंदोलन के बाद का सबसे बड़ा जनांदोलन करार देते हुए कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें इसमें अपना विनम्र योगदान करने का मौका मिला। आंदोलन का लक्ष्य राम मंदिर निर्माण था, जो आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संभव हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका हमेशा यह मानना था कि भारत की संस्कृति और सभ्यता में राम और रामायण को आदर का स्थान प्राप्त है। देश विदेश में फैले करोड़ों भारतीयों के दिल में राम जन्मभूमि के लिए विशेष स्थान है। यह बहुत संतोष की बात है कि लोगों की आस्था और भावनाओं का सम्मान किया गया। उन्होंने अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी स्वागत किया।