अगस्ता वेस्टलैंड VVIP हेलिकॉप्टर डील में रिश्वतखोरी के मुख्य किरदार की भूमिका संदिग्ध मिशेल की रहने के आरोप है. उसकी वकील रोसमैरी पैट्रिजी और बहन साशा ओजेमैन ने मामले पर एक सनसनीखेज खुलासा किया है. इन दोनों के अनुसार भारतीय जांच अधिकारी मिशेल से झूठे कबूलनामे पर दस्तखत करने का दबाव बना रहे है. ईडी की ओर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अदालत में दाखिल चार्जशीट में मिशेल का नाम भी है. मिशेल फ़िलहाल दुबई में हिरासत में है. मिशेल की वकील और बहन का आरोप है कि ये झूठा कबूलनामा लिखवाने का दबाव बनाया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर डील से समय मिशेल की यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से निजी ताल्लुकात थे.
वकील ने कहा कि मिशेल से भारतीय अधिकारियों ने ये भी कहा कि अगर वो कबूलनामे के दस्तावेज पर दस्तखत कर देता है तो उसे कैद से आजादी मिल जाएगी. मिशेल की वकील पैट्रिजी ने मिलान से और उसकी बहन ओजेमैन ने इंग्लैंड से अलग-अलग इंटरव्यू में ये दावे किए. अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वतखोरी घोटाले में 6 करोड़ यूरो की दलाली में ब्रिटिश नागरिक मिशेल के मुख्य बिचौलिये के रूप में रहने के आरोप है. जांचकर्ताओं के मुताबिक 1997 से 2013 के बीच मिशेल 300 बार भारत आया था.
मिशेल की वकील पैट्रिजी ने कहा, ‘मैं इतना कह सकती हूं कि मिशेल का मई में भारतीय और यूएई के अधिकारियों के साथ दो बार सामना हुआ था. इस साल जांचकर्ता दुबई में मिशेल से पूछताछ करने के लिए गए. असल में जांचकर्ता मिशेल के दस्तखत चाहते थे. वो चाहते थे कि मिशेल उन बातों की पुष्टि कर दे जो असल में सच नहीं थीं. उनके मुताबिक मिशेल ने कहा कि नहीं, मैं इस पर दस्तखत नहीं करूंगा.’ पैट्रिजी ने दावा किया कि इसके बाद वे (जांचकर्ता) भारत वापस चले गए और मिशेल को गिरफ्तार कर लिया गया.