अपने बेबाक बोल के लिए चर्चा में रहने वाले IAS अधिकारी अशोक खेमका ने आईएएस एसोसिएशन पर निशाना साधा है. आईएएस एसोसिएशन के एक ट्वीट का जवाब देते हुए अशोक खेमका ने कहा कि कोर्ट परिसर में पार्किंग विवाद को लेकर एक वकील ने ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी की छाती में गोली मार दी. पुलिस के जवानों ने सड़कों पर अनुशासनहीनता दिखाई. क्या आप इन तत्वों को अनुशासित और बहादुर कहते हैं?
दरअसल, दिल्ली पुलिस के जवानों ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की. आईएएस एसोसिएशन ने दिल्ली पुलिस के जवानों के समर्थन में आवाज उठाई.
खेमका शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिस के जवानों और वकीलों के बीच हुई झड़प का जिक्र कर रहे थे. पुलिस ने आरोप लगाया कि वे असभ्य वकीलों द्वारा मारे गए, उनके साथ बदतमीजी की गई. वहीं, वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर गोलियां चलाईं जिसमें एक घायल हो गया.
मंगलवार को दिल्ली पुलिस के जवानों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने न्याय और सुरक्षा की मांग की. आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि हम तीस हजारी कोर्ट में पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई कायरतापूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं. हम संकट के समय में उनके साथ खड़े हैं.
इस बीच, आईपीएस एसोसिएशन ने एक प्रस्ताव पारित किया है और कहा है कि दोषी वकीलों के लाइसेंस रद्द किए जाएं और अदालतों को सभी पक्षों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए. यह टिप्पणी दिल्ली पुलिसकर्मियों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद आई है.