अक्सर स्मोक अलार्म (smoke alarm) यदि बिना आग लगे ही एक्टिवेट हो जाते हैं जिससे अफरा तफरी का माहौल बन जाता है। चूंकि ऐसा जमीन पर होता है इसलिए इसमें ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ता। लेकिन यदि ऐसा अलार्म किसी उड़ान भर रहे विमान में एक्टिवेट हो जाए तो यात्रियों की सांसें अटकनी लाजमी है। ऐसा ही हादसा चेन्नई से कुवैत जा रहे एक इंडिगो के विमान के साथ हुआ।
दरअसल, विमान (IndiGo Chennai-Kuwait flight) ने चेन्नई से जैसे ही उड़ान भरी कुछ ही देर बाद उसकी आपातकालीन लैंडिंग (emergency landing) करानी पड़ी। बताया जाता है कि कार्गो में स्मोक अलार्म एक्टिवेट हो गया था। विमान के उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही आज सुबह इसकी लैंडिंग हुई। बाद में जांच पड़ताल करने पर पता चला कि यह एक गलत अलार्म (false alarm) था। मामले की शिकायत नागर विमानन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) के पास की गई है।
बता दें कि अभी हाल ही में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने रनवे के नियमों का पालन नहीं करने के आरोपों में इंडिगो के दो पायलटों को तीन महीने के लिए सस्पेंड कर दिया था। इन पायलटों पर आरोप था कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) द्वारा जब इन्हें निर्देश दिया गया तब इन्होंने उसका अनुपालन नहीं किया। जांच में भी पायलटों की गलती पाई गई थी। इससे पहले डीजीसीए ने स्पाइस के दो पायलटों को चार माह के लिए निलंबित किया था। यह कार्रवाई 13 जून को हैदराबाद से जयपुर जा रही विमान में तकनीकी खराबी के बाद की गई थी। बीते 31 अगस्त को एटीसी का निर्देश को सही तरीके से नहीं सुन पाने के कारण डीजीसीए एक पायलट को करीब तीन महीने के लिए सस्पेंड कर चुका है।