लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) का 10 सदस्यीय छात्र दल ‘अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टु-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.)’ के अन्तर्गत जापान की तीन सप्ताह की शैक्षिक यात्रा सम्पन्न कर स्वदेश लौट आया। स्वदेश वापसी पर इस छात्र दल का विद्यालय के शिक्षकों व अभिभावकों ने अमौसी एअरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया एवं विदेश में देश का गौरव बढ़ाकर लौटने पर बधाई दी। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) का 10 सदस्यीय छात्र दल अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टु-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.) के अन्तर्गत तीन सप्ताह की शैक्षिक यात्रा पर जापान गया था। इस शैक्षिक यात्रा के दौरान छात्र दल ने जापान के छात्रों के साथ क्लास में बैठकर पढ़ाई की एवं खेलकूद व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़चढ़कर भाग लिया, साथ ही साथ जापान के परिवारों में रहकर वहाँ की सभ्यता व संस्कृति से भी रूबरू हुए। श्री शर्मा ने बताया कि जापान की शैक्षिक यात्रा से स्वदेश लौटे छात्रों में दर्शी तिवारी, अनुष्नवी यझीनी, अंकिता सिंह, प्रग्य गर्ग, राम अग्रवाल, श्रेष्ठ वर्मा, यशस्व जायसवाल एवं ओवैज आमिर शामिल हैं जबकि छात्र दल का नेतृत्व सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका श्रीमती अनीता लालवानी एवं श्रीमती सबा हुसैन ने किया।
जापान से लौटे इस छात्र दल ने एक अनौपचारिक वार्ता में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि जापान जाना हम सभी के लिए एक सपना सच होने के समान है। वहाँ की शिक्षिकाओं ने हमें बहुत प्यार दिया है। इस यात्रा से हमने सीखा कि विश्व एकता व विश्व शान्ति आज की पहली जरूरत है। हम सब मिलकर ‘विश्व एकता’ की आवाज उठायेंगे और सभी देशों में प्यार व शान्ति का बिगुल बजेगा। छात्र दल के एक सदस्य छात्र ने कहा कि जापान की इस यात्रा में प्यार व भाईचारा का जज्बात हमें प्रत्येक मेजबान परिवार में देखने को मिला। श्री शर्मा ने बताया कि ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.)’’ ऐसा अनूठा अन्तर्राष्ट्रीय प्रोग्राम है जो विभिन्न देशों के छात्रों को आमने-सामने विचारों के आदान-प्रदान का अवसर उपलब्ध कराता है। आईएसएसई प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को आपसी मित्रता का प्रशिक्षण देकर विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की भावना को विकसित करना है।