जबरन हलाला कराने के लिए बाध्य किए जाने तथा निदा खान को इस्लाम से खारिज किए जाने के मामले को उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तनवीर हैदर उसमानी ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बरेली के जिलाधिकारी व एसएसपी से तुरंत रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा रूमाना सिद्दीकी व कुंवर इकबाल हैदर की दो सदस्यीय टीम को जाच के लिए बरेली भेजा है। तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह के बाद इस्लाम से खारिज करने वाले फतवे को लेकर निदा खान ने उलमा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मामला दुनियाभर में सुर्खियों में आ जाने के बाद शासन भी गंभीर हो गया है। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तनवीर हैदर उसमानी ने पूरे मामले का स्वत: संज्ञान ले लिया है। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम को बरेली भेजा है। इस टीम में आयोग के सदस्य रूमाना सिद्दीकी व कुंवर इकबाल हैदर शामिल है। यह टीम बरेली पहुंचकर निदा खान और हलाला पीड़िता से मुलाकात करेगी। इसके बाद अपनी रिपोर्ट बनाकर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष को सौंपेगी।
क्या है पूरा मामला निदा खान दरगाह आला हजरत प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां के छोटे भाई अंजुम मियां के बेटे शीरान रजा खां की पूर्व पत्नी हैं। उनके शौहर ने उन्हें तलाक दे दिया है। यह प्रकरण कोर्ट में चल रहा है। इसके बाद निदा ने आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी बनाई है, जिसके बैनर तले वे तलाक पीड़िताओं के हक की आवाज बुलंद कर रही हैं। पिछले दिनो निदा खान ने हलाला पीड़िता के साथ हुई ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाई थी।