आज बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे आक्रोशित अधिवक्ता
शामली : पश्चित उत्तर प्रदेश में अधिवक्ताओं की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बागपत, मेरठ और मुजफ्फरनगर के बाद अब शामली में एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना से अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया और उन्होंने गुरुवार को बैठक करके आंदोलन की रणनीति बनाने की बात कही है। बागपत, मेरठ और मुजफ्फरनगर में तीन अधिवक्ताओं की गोली मारकर हत्या की जा चुकी है। इसके खिलाफ वेस्ट यूपी के 22 जिलों के अधिवक्ता कई दिनों तक हड़ताल पर रहे। पुलिस द्वारा हत्याकांड खोलने के बाद ही वकीलों ने हड़ताल खोली। बुधवार की देर रात शामली में भी एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
सिक्का गांव निवासी अधिवक्ता गुलजार पुत्र इस्लामुद्दीन कैराना में प्रैक्टिस करते थे। रात को वह अपने मुंशी कैडी गांव निवासी सचिन के साथ बाइक से अपने गांव जा रहे थे। सचिन बाइक को चला रहा था। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर शामली स आगे पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने फायर किए। फायर की आवाज सुनकर सचिन ने बाइक तेज कर दी। बदमाशों ने भी पीछा किया और आगे जाकर लात मारकर उनकी बाइक को गिरा दी। इसके बाद सीने में तमंचा सटाकर गुलजार को गोली मार दी। विरोध करने पर सचिन को भी मारपीट करके घायल कर दिया। इसके बाद बदमाश धमकी देते हुए फरार हो गए। आसपास के लोगों ने गुलजार को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस का कहना है कि कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। जल्दी ही केस का खुलासा कर दिया जाएगा।