नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को केन्द्र सरकार पर केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के माध्यम से महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावों के दौरान पार्टी के अकाउंट विभाग को पूरी तरह से लकवाग्रस्त करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि उनके अकाउंटेंट को कर विभाग के अधिकारी परेशान कर रहे हैं और उन्हें अपने ही उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से जुड़ा फंड मुहैया कराने में दिक्कतें आ रही हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से आज मिला। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से चुनावों के दौरान इस तरह की कार्रवाई पर लगाम लगाने की मांग की।
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी ने अपने अकाउंट विभाग पर सीबीडीटी की कार्रवाई का मुद्दा उठाया है। आयोग को बताया है कि कर विभाग के अधिकारी उनके अकाउंटेंट के यहां बिना किसी दस्तावेज और वारंट के कार्रवाई कर रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है कि सरकार सीबीडीटी के माध्यम से विपक्ष को अकाउंट से जुड़ा लेन-देने करने से रोक रही है। सिब्बल ने कहा कि हमने मांग की है कि आयोग संबंधित अधिकारियों को तलब कर उन्हें कहे कि चुनावों के दौरान इस तरह की किसी भी कार्रवाई से पहले अनुमति ले। चुनाव आयोग से मिले प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी मौजूद थे।