हिंदी पंचाग का नया महीना कार्तिक शुरू हो चुका है। यह महीना सबसे पवित्र माना जाता है। कार्तिक महीना भगवान विष्णु का महीना है। इसी महीने में करीब चार महीनों के विश्राम के बाद देवउठनी एकादशी के दिन वे जागेंगे और एक बार फिर सृष्टि के संचालन की जिम्मेदारी अपने हाथों लेंगे। कार्तिक महीने में स्नान और दीपदान करने की परंपरा होती है। इस महीने दीपावली और छठ जैसे कई बड़े त्योहार मनाए जाएंगे।
कार्तिक महीने के बड़े त्योहार के रूप में करवा चौथ पहला पर्व होगा। करवा चौथ सुहागिन महिलाओं का सबसे बड़ा पर्व होता है। इस पर्व पर महिलाएं पति की लंबी आयु और सौभाग्य के कामना के लिए करवा चौथ माता, भगवान शंकर और माता पार्वती की विशेष पूजा करती है। इस वे पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। रात को चांद के दर्शन और उन्हें अर्ध्य देकर जल ग्रहण करती हैं।
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाने वाला व्रत अहोई अष्टमी कहलाता है। अहोई अष्टमी विवाहित महिलाएं अपनी संतानों के सुखमय जीवन एवं हर विपदा से उनकी रक्षा के लिए करती हैं। इस व्रत को लोकभाषा में अहोई आठें या करकाष्टमी भी कहा जाता है। अहोई का शाब्दिक अर्थ है-अनहोनी को होनी में बदलने वाली शुभ तिथि। अनहोनी को टालने वाली जगत जननी देवी पार्वती हैं, इसलिए इस दिन मां पार्वती की पूजा-अर्चना अहोई माता के स्वरूप में की जाती है।