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पूर्व में जब शरद यादव जेडीयू अध्यक्ष हुआ करते थे तो उन्होंने कमलवीर को हरियाणा के प्रधान की कमान सौंपी थी। चिरंजीव राव हरियाणा में युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। अजय यादव ने गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था लेकिन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों वह शिकस्त खा बैठे। इससे पूर्व 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के रणधीर सिंह कापड़ीवास ने उन्हें रेवाड़ी से विधानसभा में हराया था। कापड़ीवास की टिकट कटने के बाद वह बागी हो गये और निर्दलीय चुनावी रण में डटे हैं। कापड़ीवास की वजह से ही रेवाड़ी हलके का चुनाव उलझ गया है और यहां त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। चिरंजीव राव के नामांकन-पत्र दाखिल करवाने के मौके पर उनके साले व लालू पुत्र तेजस्वी यादव आये थे। बिहार के डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी का परिवार भी अपने दामाद के लिए रेवाड़ी में डोर-टू-डोर कैम्पेन कर रहा है।
गुरुगाम जिला की बादहशाहपुर सीट पर भी पूरा संग्राम मचा हुआ है। यहां से विधायक रहे व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की टिकट काटकर भाजपा ने युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मनीष यादव को बादशाहपुर से चुनावी रण में उतारा है। कांग्रेस ने यहां बड़ा दाव चलते हुए राव नरबीर सिंह के भाई कमलवीर यादव को चुनावी रण में उतारा है। कमलवीर यादव पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद शरद सिंह यादव के समधी हैं। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव, कमलवीर के बेटे राजकमल राव की धर्मपत्नी हैं। माना जा रहा है कि शरद यादव की सिफारिश पर ही कांग्रेस ने कमलवीर को टिकट दिया है। शरद यादव जब जेडीयू अध्यक्ष हुआ करते थे तो उन्होंने कमलवीर को हरियाणा का प्रधान बनाया हुआ था।