वैदिक मंत्रों के बीच दी सात्विक पंचबलि
गोरखपुर : शारदीय नवरात्र पूजा और विजय दशमी पर अनुष्ठान कार्यक्रम के आयोजन के लिए पांच दिवसीय आयोजन पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर शाम महानिशा की पूजा पूरे विधि-विधान से की। इस दौरान दौरान वैदिक मंत्रों के साथ सात्विक पंचबलि का भी अनुष्ठान किया गया। शनिवार की शाम को गोरखनाथ मंदिर के मठ में स्थित शक्ति मंदिर में शाम को चार बजे से ही अनुष्ठान शुरू कर दिया गया। लगभग दो घंटे बाद योगी आदित्यनाथ भी अनुष्ठान में शामिल हुए। अनुष्ठान का यह कार्यक्रम रात 8.30 बजे तक संचालित हुआ।नाथ परम्परा के अनुसार हवन अष्टमी में सायं के समय होता है। इस कारण शनिवार की शाम अष्टमी लगने के कारण गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत आदि का पूजन किया। दुर्गा सप्तसती का भी पाठ संपन्न हुआ।
हवन, पूजन एवं पाठ का सम्पूर्ण कार्यक्रम मठ पुरोहित पंडित रामानुज त्रिपाठी की अगुवाई में डॉ अरविन्द कुमार चतुर्वेदी, डॉ रोहित कुमार मिश्र, पुरूषोत्तम चौबे, डॉ दिग्विजय शुक्ल, बृजेश मणि मिश्र, गोरक्षनाथ विद्यापीठ के आचार्य, वेद पाठी छात्रों ने संपन्न कराया। महानिशा पूजन के दौरान प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, कालीबाड़ी के महन्त रविन्द्र दास, , ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, राहुल श्रीवास्तव, अजय सिंह गौतम, जर्नादन तिवारी, महापौर सीताराम जायसवाल, व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन, विश्वजीताशु सिंह, डॉ सत्येंद्र सिंहा, प्रदीप शुक्ला आदि रहे।
सीएम योगी ने बलि अनुष्ठान के दौरान नारियल, गन्ना, केला, जायफल आदि की सात्विक पंचबलि दी। आरती और क्षमा याचना के बाद प्रसाद वितरण किया गया। उसके बाद शक्ति अराधना के इस अनुष्ठान को संपंन किया। आखिर में आरती एवं क्षमा याचना के बाद प्रसाद वितरित हुआ। शनिवार की सुबह श्रीगोरखनाथ मन्दिर के शक्ति मंदिर में सप्तमी तिथि पर माँ कालरात्रि का पूजन मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने विधि विधान से सम्पन्न किया। सर्वप्रथम श्रीनाथ जी की चार बजे मुख्य मंदिर में पूजा हुई। उसके बाद शक्ति मंदिर में मॉ कालरात्रि की पूजा की गई।