देवी दुर्गा ने हमें सिखाया है कि शक्ति स्वतंत्र है और इसके लिए जिम्मेदारी लेनी होगी। मां दुर्गा के प्रेरक जीवन ने लाखों लोगों को ताकत दी है। यदि आप अपने जीवन में मां कि इन बातों को लागू कर सकते हैं, तो आप एक महान व्यक्ति बन जाएंगे।
देवी दुर्गा की मनमोहक मुस्कान आकर्षित करती है और यह मुस्कुराहट दर्शाती है कि कोई भी स्थिति कितनी भी शक्तिशाली या कठिन क्यों न हो, हमेशा खुद को शांत और केंद्रित रखना चाहिए। मां दुर्गा की आंखें जीवन में दृष्टि का चित्रण करती हैं।
नवरात्रि में मां 9 अलग-अलग रूपों में प्रकट होती हैं। स्कंद माता, कुष्मांडा, शैलपुत्री, कालरात्रि, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा और सिद्धिदात्री। इससे हमें यह सबक मिलता है की हमें स्थितियों के अनुसार नई शैली, ढंग या रुख को अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
धार्मिक कथाओं से हमें पता चलता है कि मां दुर्गा ब्रह्मा, विष्णु और शिव की शक्ति को इकट्ठा करने के बाद दुनिया को बचाने के लिए बनाई गई थी। इससे हमें यह सिख मिलती है कि जीवन में खुला दिमाग रखकर कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। ऐसा दृष्टिकोण रखकर आप जीवन में किसी भी कठिनाई को दूर कर सकते है।