कोलकाता : पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने बुधवार को केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग महात्मा गांधी के सिद्धांतों को नहीं समझते हैं वे ही एनआरसी के बारे में बात करते हैं और देश से मुसलमानों को बाहर निकालते हैं। गांधीजी की 150वीं जयंती के मौके पर कोलकाता के मेयो रोड पर सुबोध मुल्लिक स्क्वायर से गांधी प्रतिमा तक पदयात्रा में भाग लेकर मित्रा ने कहा कि राज्य में तृणमूल सरकार और केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार दोनों को ही गांधीजी के सिद्धांत समझ में नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्हें गांधीजी और उनके संघर्ष का सम्मान करने का नाटक करना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने अपने पूरे जीवन में सांप्रदायिक सद्भाव के लिए लड़ाई लड़ी थी लेकिन केंद्र और राज्य की सत्ता में जो लोग हैं वे अपने राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उस सद्भाव को नष्ट करने के लिए दृढ़ हैं।
इधर मित्रा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि गांधीजी राष्ट्रपिता थे। कांग्रेस को ऐसा व्यवहार करना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने अपनी पार्टी को गांधीजी के पर्यायवाची होने जैसी धारणा बनाने की कोशिश की थी लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें कांग्रेस से गांधीजी पर सबक लेने की जरूरत नहीं है। सिन्हा ने सोमेन मित्रा के उस बयान पर भी सवाल खड़ा किया जिसमें उन्होंने कहा कि जो बापू के सिद्धांतों को नहीं समझते वही एनआरसी की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि एनआरसी के बारे में सबसे पहला समझौता राजीव गांधी ने और कांग्रेस ने ही किया था। तो मित्रा स्पष्ट करें कि वह अपनी पार्टी को ही बुरा-भला कह रहे हैं या उन्हें केवल भाजपा को भला-बुरा कहना है।