सारदा चिटफंड मामले में पूर्व पुलिस आयुक्त को डीजी ने नहीं दी छुट्टी
कोलकाता : सारदा चिटफंड घोटाला मामले में साक्ष्यों को मिटाने के आरोपित कोलकाता पुलिस के पूर्व आयुक्त आईपीएस राजीव कुमार की छुट्टी को बढ़ाने की मंजूरी पुलिस महानिदेशक विरेंद्र कुमार ने नहीं दी है। इसके बाद माना जा रहा है कि राजीव कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सकती है। दरअसल इस मामले में गत 12 सितंबर को हाईकोर्ट ने राजीव की गिरफ्तारी पर लगी रोक को हटा ली थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच कुमार ने दावा किया था कि उन्होंने नौ से 25 सितंबर तक छुट्टी ली थी। उसके बाद सीबीआई ने जब रोजवैली मामले में भी उन्हें नोटिस भेजा तब कुमार ने एक-दूसरे ईमेल के जरिए दावा किया कि उनकी छुट्टी पांच दिनों के लिए बढ़ा दी गई है और 30 सितंबर तक छुट्टी पर हैं। जब इस बारे में राज्य पुलिस महानिदेशक से सीबीआई ने चिट्ठी लिखकर पूछा है तो बताया गया है कि राजीव कुमार को छुट्टी बढ़ाने संबंधी फैसला अभी तक नहीं लिया गया है।
गृह विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि राजीव कुमार ने ईमेल के जरिए छुट्टी बढ़ाने की अर्जी जरूर लगाई है लेकिन पुलिस महानिदेशक ने अभी तक मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में संवैधानिक नियमों के मुताबिक वह गत 26 सितंबर से आज तक बिना अनुमति छुट्टी पर हैं। आईपीएस रूल के मुताबिक उनके खिलाफ इसके लिए विभागीय कार्रवाई की जा सकती है। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी प्रावधान है। हालांकि राज्य सरकार ऐसा करेगी या नहीं इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। बताया गया है कि राज्य सरकार के ऊपरी स्तर से भी राजीव कुमार को छुट्टी देने को कहा गया था लेकिन पुलिस महानिदेशक ने इसकी मंजूरी नहीं दी। माना जा रहा है कि सीबीआई के दबाव के कारण ऐसा किया गया है। उल्लेखनीय है कि चिटफंड मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए राजीव कुमार पिछले 20 दिनों से लापता हैं। उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका लगाई है जिस पर सोमवार को फैसला हो सकता है। उसके पहले इस खुलासे ने की पुलिस महानिदेशक ने उनकी छुट्टी को मंजूरी नहीं दी है, कुमार की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।