झारखंड में चंद महीनों में विधानसभा चुनाव होना है. बीजेपी पूरी फॉर्म में है. 2019 की महाविजय के बाद बीजेपी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. अधिकांश राज्यों की तरह यहां भी कांग्रेस संगठन में फूट और संवाद की कमी दिख रही है. फिलहाल विधानसभा में कांग्रेस के पास आठ विधायक हैं. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठबंधन है जिसमें कांग्रेस की भूमिका “जूनियर पार्टनर” की है. बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को केवल एक सीट मिली थी.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आरजेडी और जेविएम के साथ गठबंधन ना करे. केवल जेएमएम के साथ कांग्रेस गठबंधन के मूड में है. सत्ता पक्ष यानि बीजेपी चुनाव प्रचार के मामले में फ्रंट फूट पर खेल रही है. उधर कांग्रेस की रणनीति अभी उलझी हुई है. हालांकि कांग्रेस नेता दावे कर रहे हैं कि वे सरकार बनाएंगे. आरजेडी और जेविएम के साथ गठबंधन ना करने की वजह ये है कि कांग्रेस को लगता है कि इससे उनके खाते में कम सीटें आएंगी. कांग्रेस की कोशिश है कि जेएमएम से समझौता हो और वह 35 से 40 सीट पर चुनाव लड़े.