चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान व जर्मनी से संचालित आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के चार आतंकियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार व गोली-बारूद आदि बरामद किया है। कुख्यात आतंकियों को तरनतारन से गिरफ्तार किया गया है। विदेश में बैठे इनके सरगना पंजाब में फिर से आतंकी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने की फिराक में हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पंजाब सरकार ने इस केस की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला किया है।
पंजाब पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने रविवार को देर रात बताया कि यह ऑपरेशन सूत्रों द्वारा प्राप्त विभिन्न सूचनाओं पर आधारित था । पाबन्दी वाले खालिस्तान जि़ंदाबाद फोर्स के सदस्यों द्वारा जम्मू-कश्मीर, पंजाब और दूसरे राज्यों में आतंकवादी हमले की योजना थी। काउन्टर इंटेलिजेंस, अमृतसर के एआईजी केतन बालीराम पाटिल के नेतृत्व में पंजाब पुलिस की अलग-अलग टीमों के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया गया और पकड़े गए चारो आतंकवादियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार, गोली व विस्फोटक के साथ सेटेलाइट फोन भी बरामद किये गए । आंतकियों से बरामद सामान में 5 एके-47 समेत 16 मैगजीन एवं 472 गोली, चीन की बनी 30 पिस्तौल समेत 8 मैगजीन एवं 72 गोली , 9 हैंड ग्रेनेड, 5 सेटेलाइट फोन, दो मोबाइल फोन, दो वायरलेस सेट एवं 10 लाख रुपये की नकली भारतीय करंसी भी शामिल है।
डीजीपी गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों की पहचान बाबा बलवंत सिंह, आकाशदीप सिंह उर्फ आकाश, हरभजन सिंह एवं बलबीर सिंह के रूप में हुई है। यह गिरोह पाकिस्तान स्थित खालिस्तान जि़ंदाबाद फोर्स के प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ नीटा और उसके जर्मन स्थित सहयोगी गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ डॉक्टर के द्वारा चलाया जा रहा था। पकडे गए आतंकी स्थानीय सदस्यों को ढूँढने, उन्हें कट्टर बनाने और अपने फ़ोर्स में भर्ती करने का काम किया करते थे। इसके साथ ही यह गिरोह स्थानीय सदस्यों को कार्यशील करने के लिए सरहद पार से फंड जुटाने और आधुनिक हथियारों का प्रबंध करने का भी काम करता था। पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस गिरोह के तार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से जुड़े होने के कारण पूरे मामले की जाँच एनआईए से कराने का फैसला किया है। साथ ही केंद्र से भी आवश्यक दिशा-निर्देश माँगा है।