कहा, यूपी जितनी विविधता और संपन्न परंपरा और कहीं नहीं
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पर्यटन के लिहाज से उप्र में सर्वाधिक संभावनाएं हैं। काशी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, विंध्यधाम, कुशीनगर, सारनाथ और कपिलवस्तु हमारे पास ही हैं। वैविध्यपूर्ण जलवायु, घने जंगल, गंगा-जमुना और सरयू जैसी सदानीरा नदियां इस क्षेत्र की संभावनाओं को और बढ़ा देती हैं। थोड़े से प्रयास से इस क्षेत्र में बहुत कुछ संभव है, पर पूर्व की सरकारों ने इन संभावनाओं के जरिये पर्यटन के विकास का कोई प्रयास ही नहीं किया। शुक्रवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में न बदलाव का साहस था न सोच। वो सब हमने किया। अर्धकुंभ को कुंभ, इलाहाबाद को प्रयागराज करने के साथ अयोध्या में दीपोत्सव और मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव की परंपरा शुरू की। ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया। नतीजा सबके सामने है। आज अयोध्या पयर्टकों की ही नहीं निवेशकों की भी पसंदीदा जगह बन चुकी है। इनवेस्टर्स समिट और जीबीसी में आये निवेश के प्रस्ताव इसके सबूत हैं।
सरकार का प्रयास तीर्थस्थलों के मूल स्वरूप को जिंदा रखते हुए जमाने के बदलाव के अनुसार वहां पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराना है। ऐसा होने पर पर्यटक/तीर्थाटन करने वाले वहां आएंगे और रुकेंगे तो स्थानीय स्तर पर रोजी-रोजगार के तमाम अवसर भी सृजित होंगे। सरकार यह काम पूरी शिद़दत से कर रही है। प्रयागराज का दिव्य और भव्य कुंभ इसका सबूत है। इस पूरे आयोजन में करीब 24 करोड़ लोग आये। जो भी आया वहां की व्यवस्था का मुरीद बन गया। हर तीर्थस्थल और वहां होने वाले प्रमुख आयोजनों पर उसी तरह की सुविधाएं मुहैया कराना सरकार का मकसद है।
बतौर मुख्य वक्ता पूर्वी उप्र क्षेत्र के धर्म जागरण प्रमुख अभय कुमार ने कहा कि विकास का पैमाना नये सिरे से तय करना होगा। यह पैमाना भारतीय परंपरा और जरूरत के अनुसार होना चाहिए। भारतीय पंरपरा में मोक्ष की कामना सर्वोपरि रही है। तीर्थाटन का भी यही मकसद था। विकास का पैमाना तय करते समय भी इस पर गौर करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद आरके सिन्हा ने की। कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वालों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में पर्यटन, धमार्थ एवं संस्कृति राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, मेयर संयुक्ता भाटिया और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।