चांद पर पहुंचने से बस कुछ दूर पहले ही चंद्रयान-2 से संपर्क टूट गया. प्रधानमंत्री मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग ने भी भारतीय वैज्ञानिकों की तारीफ की है. उन्होंने लिखा, हमें भारत और भारत के वैज्ञानिकों पर गर्व है. चंद्रयान-2 ने आखिरी समय में चुनौतियों का सामना किया, लेकिन जो आपने साहस दिखाया वह ऐतिहासिक है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानता हूं. इसमें कोई शक नहीं है कि वह और उनकी इसरो टीम यह जरूर कर पाएगी.
इसरो का मिशन चंद्रयान-2 भले ही इतिहास नहीं बना सका लेकिन वैज्ञानिकों के जज्बे को देश सलाम कर रहा है. मिशन के पूरा होने और देश के इतिहास रचने के लम्हे का देश रात को जाग कर बेसब्री से इंतजार कर रहा था लेकिन कुछ ही पल में मायूसी छा गई.