आशा सम्मेलन : उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
उन्नाव : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में आज निराला प्रेक्षागृह में जिलाधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में आशा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक सदर पंकज गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0के0 गौतम द्वारा किया गया। आयोजन का शुभारम्भ सरस्वती विद्या मन्दिर के छात्रों एवं आशाओं द्वारा द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ किया गया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सदर विधायक ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण अंचल तक पहुंचाने में आशा एक ऐसी महत्वपूर्ण कड़ी है, जो स्वास्थ्य विभाग एवं ग्रामवासियों के बीच तालमेल बैठाते हुये अपने गांव की गरीब महिलाओं और बच्चों को अच्छी स्वास्थ्य सेवायें दिला रहीं हैं। जिलाधिकारी ने समस्त आशाओं को समय-समय पर सामुदायिक बैठकें करने और आपसी बातचीत से अपने समुदाय में स्वास्थ्य से जुड़ी हुई भ्रांतियों को दूर कर जागरूकता लाने के निर्देश दिये एवं उन्हें उनके कार्यों के प्रति निर्देशित किया।
मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने आशाओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी व्यवहार में परिवर्तन हेतु सम्पर्क व उत्प्रेरणा के निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम स्वास्थ्य योजना बनाकर इस क्षेत्र बेहतर बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री, प्रशिक्षित दाई, ए0एन0एम0, पुरूष कार्यकर्ता आदि से सम्पर्क स्थापित करना, सलाह मशविरा (काउंसिलिंग), मरीजों के साथ अस्पताल जाना, प्राथमिक चिकित्सकीय परिचर्या प्रदान करना, संग्रहकर्ता (डिपो होल्डर) के रूप में कार्य करने के साथ साथ अभिलेखों का रखरखाव और पंजीकरण करना सुनिश्चित करें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 लालता प्रसाद ने आर0 सी0 एच0 एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की जानकारी के अतिरिक्त नियमित टीकाकरण, पी0 सी0 पी0 एन0 डी0 टी0 मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं अंधता निवारण, कुष्ठ कार्यक्रम, क्षय नियन्त्रण, तम्बाकू नियन्त्रण, आई0 डी0 एस0 पी0 एवं एन0 यू0 एच0 एम0, मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि के बारे में जानकारी दी। आशा सम्मेलन कार्यक्रम में समुदाय में आशाओं की प्रभावी भूमिका एवं प्रोत्साहन, आशा भुगतान के बारे में चर्चा की गयी एवं विभिन्न विकास खण्डों की प्रतिभागी आशाओं द्वारा लोकगीत, नाटक, वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये, जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली आशाओं एवं आशा संगनियों को पुरस्कृत किया गया।