तस्लीमा नसरीन का गंभीर आरोप, बुद्धदेव और विमान बोस ने मुझे जान से मारने की कोशिश की

कोलकाता : बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने गुरुवार को चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और वाममोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। इसे लेकर उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें दावा किया है कि वामपंथी कार्यकर्ता और सरकार के इशारे पर पुलिस ने उन्हें जितना परेशान किया वह उन्होंने कभी नहीं सोचा था। फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि वे खुद भी वामपंथी विचारक थीं, इसलिए उन्हें उम्मीद थी कि बांग्लादेश से निर्वासन के बाद उन्हें पश्चिम बंगाल में शरण मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि वामपंथियों द्वारा उन्हें ज्यादा परेशान किया गया और कोलकाता से उन्हें बाहर निकाला गया।

इसके अलावा उन्होंने अपनी पोस्ट में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु, बुद्धदेव भट्टाचार्य और विमान बोस के साथ उनके बेहतर संबंधों का भी जिक्र किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पुस्तक ‘लज्जा’ पर प्रतिबंध लगने के बाद बुद्धदेव को उनके चेहरे से भी नफरत हो गई थी। हालांकि दो साल बाद पुस्तक पर लगे प्रतिबंध को कलकत्ता हाईकोर्ट ने हटाने का निर्देश दिया, लेकिन इसके बाद उन्हें कई बार पुलिस ने फोन किया और उन्हें तत्काल राज्य छोड़ने के आदेश के साथ ही चार माह तक नजरबंद रखा गया। तस्लीमा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि राज्य सरकार के दबाव में सड़कों पर ‘तस्लीमा गो बैक’ के नारे लगने लगे। इस बीच एक नवंबर 2001 को पुलिस ने उन्हें उठा लिया और उन्हें एक अज्ञात घर में ले जाकर नजरबंद कर दिया गया। हालांकि जब उन्होंने सवाल किया तो उन्हें बताया गया कि सिद्दीकुल्ला के समर्थक उनकी हत्या कर सकते हैं। उनकी लोकप्रियता के कारण उनकी जान बच गई वरना तत्कालीन वाम सरकार उनकी हत्या भी कर सकती थी।

तस्लीमा की पुस्तक ‘लज्जा’ का सीक्कल ‘शेमलेस’ 2020 में प्रकाशित होने जा रहा है। यह पुस्तक भारत में सांप्रदायिक तनावों पर आधारित है कि किस प्रकार ये लोगों के जीवन पर गहरा घाव छोड़ जाते हैं। तस्लीमा की विवादास्पद पुस्तक का यह सीक्कल उस समय लिखा गया जब वह कोलकाता में रह रही थीं। उनकी पहली पुस्तक ‘लज्जा’ की कहानी श्रीराम जन्मभूमि के विध्वंस के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं की प्रताड़ना पर आधारित थी जिसकी कहानी के आखिर में सुरंजन दत्ता और उनका परिवार सुरक्षा की उम्मीद में कोलकाता आ जाता है। अब जब तस्लीमा की दूसरी पुस्तक आ रही है तो उम्मीद जतायी जा रही है कि उसमें भी काफी विवादास्पद कंटेंट हो सकते हैं।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com