जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद अब तक मामला पूरी तरह से शांत नहीं हो सका है। पाकिस्तान इस मामले को दुनिया के सामने रखकर भारत को गलत ठहराने के प्रयास में लगा हुआ है। इस मामले में पाकिस्तान ने अब तक जिस-जिस देश से मध्यस्थ की भूमिका निभाने और मदद करने की अपील की उसको हर ओर से निराशा ही हाथ लगी। कोई भी देश इस मामले में पाकिस्तान के साथ खुलकर खड़ा होने को तैयार नहीं है। अमेरिका ने सीधे इस मामले को दो देशों के बीच का मामला बताकर हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया है।
इस बीच यूएस मीडिया ने यूएन से पूछा है कि कश्मीरियों को पूरी तरह से शांति के लिए अभी कितना इंतजार करना होगा। क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का काम ही दुनिया में शांति बनाए रखना है वो इसके लिए जिम्मेदार है। परिषद की ही ये जिम्मेदारी है कि वो कश्मीरी लोगों के संकटों का निवारण करें और भारत- पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करें।