तरनतारन के कस्बा खडूर साहिब में बुधवार शाम को 22 वर्षीय युवक की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। परिवार पुलिस को सूचित किए बिना शव का अंतिम संस्कार करने जा रहा था, लेकिन पुलिस चिता से शव को उठा ले गई।
पुलिस ने यह कहते हुए शव को कब्जे में ले लिया कि परिवार ओवरडोज से मौत का बहाना बनाकर पुलिस को बदनाम कर रही है। इसलिए पोस्टमार्टम जरूरी है।
मृतक युवक की बुआ परमजीत कौर ने बताया कि उनके भाई गुरभेज सिंह की दो वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। गुरभेज का लड़का मनजिंदर सिंह अमृतधारी था, जो नशे की लत का शिकार हो गया।
मनजिंदर ने अपने घर में नशे का इंजेक्शन लगाया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस उन पर दबाव बना रही है कि वो यह बयान दें कि मनजिंदर सिंह की मौत की वजह कुछ और है।
एएसआइ बलबीर सिंह ने कहा कि मौत की वजह का पता लगाने के लिए शव को कब्जे में लिया गया है और शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार किया जा रहा था, जो कानून के खिलाफ है। अगर परिवार दावा कर रहा है कि युवक की मौत नशे की ओवरडोज से हुई है तो पोस्टमार्टम जरूरी है।
वहीं, गुरुवार को प्रदेश में नशे से मौतों का आंकड़ा 48 पहुंच गया। पांच दिन से लापता एसी मैकेनिक का शव वीरवार को पठानकोट इलाके से बरामद हुआ।
आशंका जताई जा रही है कि युवक की मौत नशे के ओवरडोज से हुई है। दसूहा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक हरप्रीत सिह उर्फ मंगा सग्गड़ गांव का रहने वाला था।
चौकीदार को बंधक बना नशा मुक्ति केंद्र से नौ युवक फरार मोगा : पंजाब के पहले रेड क्रास के नशा मुक्ति केंद्र से बुधवार रात नौ युवक चौकीदार को बंधक बनाकर फरार हो गए।
युवक चौकीदार की जेब से मुख्य द्वार की चाबियां व उसका मोबाइल भी ले गए हैं। मामला मोगा-कोटईसे खां रोड पर स्थित गांव जनेर के पास का है।
धर्मकोर्ट के डीएसपी अजयराज सिंह ने बताया कि फरार होने के बाद एक युवक ही अपने घर पहुंचा है, जिसे उसका परिवार फिर से नशा मुक्ति केंद्र में वापस छोड़ गया है।
इसके अलावा फरार अन्य किसी युवक के परिवार ने संपर्क नहीं किया है। फरार हुए युवकों ने गांव दाता के पास स्थित गुरुद्वारा साहिब के बाहर खड़े एक बाइक को चोरी किया है। सभी आठ युवकों का ब्योरा केंद्र से लिया जा रहा है।