चीनी सरकार ने अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद फिर से शुरू करने के साथ यह संकेत दिया है कि उन पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा। हालांकि, चीन ने अधिक मात्रा में अमेरिकी कृषि उत्पादों को खरीदने की अपनी योजना को निलंबित कर दिया है। चीनी सरकार ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की संभावना से इंकार नहीं किया है।
चीन का यह कदम अमेरिकी की उस कदम की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें पिछले सप्ताह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की योजना की घोषणा के बाद अमेरिकी कृषि वस्तुओं को आयात को रोकने का निर्देश दिया था। लेकिन चीन के इस ऐलान के बाद दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टकराव की आशंका प्रबल हो गई है। इसके साथ चीन पहले अमेरिकी कृषि खरीद को फिर से शुरू करने पर राजी हो गया है, जो पिछले वर्ष तेजी से गिर गया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सोमवार को बताया कि चीन ने तीन अगस्त के बाद कृषि उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क से इंकार नहीं किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा गुरुवार को यह घोषणा किए जाने के बाद कि एक सिंतबर को लगभग सभी चीनी उपत्पादों पर टैरिफ योजना के साथ आगे बढ़ाने की योजना है। चीन का यह वक्तव्य ऐसे समय आया है जब पिछले महीने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के प्रयासों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक सकारात्मक पहल की शुरुआत की थी। लेकिन गुरवार की इस घोषणा के बाद चीन का यह बयान सामने आया है। कृषि निर्यात राष्ट्रपति ट्रंप का प्रमुख एजेंडा रहा है। ट्रंप प्रशासन ने किसानों के लिए 28 बिलियन डॉलर को बेलआउट कार्यक्रम शुरू किया है।