एम्सटर्डम : लंबी कानूनी लड़ाई और संसद में चौदह साल तक बहस चलने के बाद आखिरकार नीदरलैंड्स की संसद ने बुर्का पर प्रतिबंध लगा दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, नए कानून के तहत सिर्फ बुर्का ही नहीं, बल्कि हर तरह के नकाब पर प्रतिबंध लगाया गया है। इन्हें पहनकर अस्पताल, स्कूल,बाजार, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, कार्यालयों और सार्वजनिक भवनों में जाना प्रतिबंधित किया गया है। इसका उल्लंघन करने पर 150 यूरो का जुर्माना देना होगा।
विदित हो कि नीदरलैंड्स की छवि उदार देश की है, इसलिए दूसरे यूरोपीय देशों की तुलना में यहां काफी बहस के बाद एक अगस्त, 2019 से बुर्का पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि देश के तटीय शहर रोटरडाम की इस्लामिक पार्टी ने प्रतिबंध का विरोध किया है। पार्टी का कहना है कि जो भी सार्वजनिक जगहों पर प्रतिबंधित कपड़े पहने हुए पकड़ा जाएगा, उसका जुर्माना इस्लामिक पार्टी भरेगी। उल्लेखनीय है कि साल 2005 में डच संसद ने बुर्का पर प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया। संसद में इसके पक्ष में वोट दिया गया, लेकिन इसके बाद भी इसे लागू नहीं किया गया और इसे रोक लिया गया। साल 2016 में संसद ने इसका एक कमजोर संस्करण को लागू किया। नीदरलैंड्स की आबादी करीब दो करोड़ है, जिसमें करीब 200 से 400 महिलाएं ही बुर्का पहनती हैं।