बुराड़ी स्थित संत नगर की गली नंबर-4 स्थित जिस मकान में संदिग्ध परिस्थिति में भाटिया परिवार के 11 सदस्यों की मौत हो गई। वहां अब कोई रहने को तैयार नहीं है। स्थिति यह है कि डर के कारण रात के वक्त स्थानीय निवासी भी इस गली से गुजरने से बच रहे हैं। यही नहीं उस मकान को मंदिर बनाया जा सकता है। इस संबंध में मोहल्ले के लोगों ने परिवार के बड़े बेटे दिनेश से चर्चा की है। पड़ोसियों के मुताबिक उन्होंने अभी कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है। हालांकि परिवार की एक मात्र बची बेटी सुजाता को जरूर इस बात पर आपत्ति है।
पड़ोसियों के मुताबिक परिवार के सदस्य अन्य शहरों में बस चुके हैं, उनकी दिल्ली में रहने की कोई इच्छा नहीं है। इस घर को कोई खरीदने को जल्दी तैयार नहीं होगा। लिहाजा लोगों ने इस घर को मंदिर बनाने की इच्छा परिवार के सदस्यों के सामने रखी। पड़ोसी रमेश का कहना है कि मंदिर बनाने को लेकर मोहल्ले के कुछ लोगों ने दिनेश से बात की है, उन्होंने अभी कुछ नहीं कहा है।